tag:blogger.com,1999:blog-3142385236913821496.post8631968661098917452..comments2023-05-31T00:41:08.745-07:00Comments on अंजानी ऋतु: याद आती है वो ममता की छांव..Ritu Saxenahttp://www.blogger.com/profile/06078068878807815001noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-3142385236913821496.post-30357929262123798922012-06-28T07:27:57.946-07:002012-06-28T07:27:57.946-07:00ये तो बाजारवाद का चमत्कार है की उसने माँ को एक दिन...ये तो बाजारवाद का चमत्कार है की उसने माँ को एक दिन विशेष तक सीमित कर दिया.. जबकि भारतीय परम्परा के मुताबिक जिंदगी का हरेक दिन माँ के लिए ही है... <br />माँ का अपने बच्चों से कनेक्सन ही ऐसा होता है कि उसे झट पता चल जाता है कि उसका बच्चा कैसा है...लोकेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/08323684688206959895noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3142385236913821496.post-81463640150797534412012-06-17T06:52:44.505-07:002012-06-17T06:52:44.505-07:00bahot khob.....bahot khob.....DIL HAI KI MANTA NAHI...https://www.blogger.com/profile/06368792465192954240noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3142385236913821496.post-45480028566411797272012-05-14T02:33:19.456-07:002012-05-14T02:33:19.456-07:00माँ चूड़ियों वाले हाथों और मजबूत कंधों का नाम है.....माँ चूड़ियों वाले हाथों और मजबूत कंधों का नाम है.. जो जिन्दगी के थपेड़े सहते हुए भी.. अपनी मुस्कराहट से हमें थपथपाती है!अमृत सागर https://www.blogger.com/profile/13932153079583495399noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3142385236913821496.post-53449476315680321512012-05-13T04:52:22.086-07:002012-05-13T04:52:22.086-07:00behtreen, keep it upbehtreen, keep it upahsashttps://www.blogger.com/profile/04910831782578301046noreply@blogger.com