Wednesday 5 May 2010

जिन्दगी बहुत अजीब शब्द हैं जिन्दगी..

जिन्दगी बहुत अजीब शब्द हैं जिन्दगी एक खुबसूरत लम्हा तो कभी बदनुमा दाग हैं जिन्दगी हर पल यहाँ विचारों का प्रवाह हैं जिन्दगी . कभी सकारात्मक तो कभी नकारात्मक हैं जिन्दगी जब सोचती हूँ जिन्दगी के बारे मैं तो समझ नहीं पाती आखिर क्या हैं जिन्दगी. बस एक ही बात आती हैं मन की बहुत रहस्यमय हैं ये जिन्दगी...